
प्रयागराज।प्रयागराज और आसपास के जिलों में आतंक का पर्याय रहे कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसका भाई माफिया अशरफ की हत्या के बाद एक युग का अंत हो चुका है।पुलिस अभी भी माफिया अतीक के करीबियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।आज सोमवार 15 अप्रैल को अतीक अहमद और अशरफ की हत्या की दूसरी बरसी है।दोनों की पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी गई थी और उन्हें उनके पैतृक कब्रिस्तान कसारी मसारी में दफनाया गया था। परिवार के अधिकतर सदस्य जेल में हैं या फरार हैं। दूसरी बरसी पर भी दोनों कब्र सूनी है।बदले हुए माहौल में कब्र पर फूल चढ़ाने के लिए भी किसी का पहुंचना मुश्किल है।अतीक और अशरफ की हत्या से 2 दिन पहले 13 अप्रैल को झांसी में अतीक का बेटा असद पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था।तीनों को प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में एक ही जगह पर दफनाया गया था।
बता दें कि बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह अधिवक्ता उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की 24 फरवरी 2023 को हत्या के बाद कुख्यात माफिया अतीक अहमद और माफिया अशरफ की हत्या हुई थी।हत्या के समय धूमनगंज पुलिस दोनों को कस्टडी में लेकर मेडिकल कराने काल्विन अस्पताल पहुंची थी।मौके से ही पुलिस ने तीनों शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया था,तीनों हत्यारोपी लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह जेल में बंद हैं।पहले उन्हें नैनी जेल से प्रतापगढ़ जेल भेजा गया था, बाद में 18 नवंबर 2023 को सुरक्षा कारणों से चित्रकूट जेल भेज दिया गया।मौजूदा समय में दो हत्यारोपी चित्रकूट जेल और एक आगरा जेल में बंद है।
कहां तक पहुंची सुनवाई
कुख्यात माफिया अतीक अहमद और माफिया अशरफ हत्याकांड में 13 जुलाई 2023 को सीजेएम कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई थी।तीनों शूटर्स के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 307, 120 बी, 419, 420, 467, 468 और आर्म्स एक्ट में चार्जशीट दाखिल की गई थी। 10 दिसंबर 2024 को हत्यारोपियों पर आरोप तय किए गए थे,आरोप तय होने के बाद अतीक और अशरफ की हत्या का केस का जिला कोर्ट प्रयागराज में ट्रायल शुरू हो गया है।अब तक मुकदमे में 48 तारीखें लग चुकी हैं, लेकिन अभी तक पहले गवाह और धूमनगंज के तत्कालीन थाना प्रभारी राजेश मौर्य से जिरह पूरी नहीं हुई है।कभी अधिवक्ता की अनुपलब्धता तो कभी आरोपियों की जेल से पेशी ना होने के कारण सुनवाई टल रही है। दो हत्यारोपियों ने अधिवक्ता गौरव सिंह को वकील नियुक्त किया है, जबकि तीसरे हत्यारोपी को अदालत ने राज्य के खर्चे पर अधिवक्ता मुहैया कराया है।सनी सिंह की ओर से एमिकस क्यूरी रत्नेश कुमार शुक्ला कोर्ट में पैरवी कर रहे हैं।अगली सुनवाई 21 अप्रैल को फास्ट ट्रैक कोर्ट की जज सीमा सिंह की अदालत में होगी।
दोनों की पत्नियां अभी तक काट रही हैं फरारी
कुख्यात माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन, माफिया अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा और बहन आयशा नूरी फरारी काट रही हैं।शाइस्ता परवीन पर 50 हजार और जैनब फातिमा और आयशा नूरी पर 25-25 हजार का इनाम घोषित है।उमेश पाल शूटआउट में शामिल बमबाज गुड्डू मुस्लिम,साबिर और अरमान बिहारी भी फरारी काट रहे हैं। तीनों पर 5-5 लाख का इनाम घोषित है।फिलहाल पुलिस तीनों की तलाश में जुटी है।